
मुंबई। विज्ञापन जगत के दिग्गज और रचनात्मकता के पर्याय पद्मश्री पीयूष पांडे का 70 वर्ष की आयु में गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने मुंबई में अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर शुक्रवार को सामने आई, जिससे पूरे मीडिया और विज्ञापन जगत में शोक की लहर फैल गई।
पीयूष पांडे को भारतीय विज्ञापन जगत का “एड गुरु” कहा जाता था। उन्होंने कई यादगार अभियानों और नारों को जन्म दिया, जिनमें ‘हमारा बजाज’, ‘कुछ खास है जिंदगी में’, और ‘दो बूंद जिंदगी की’ जैसे विज्ञापन आज भी लोगों के दिलों में बसे हैं।
राजनीतिक क्षेत्र में भी उनकी रचनात्मकता का प्रभाव रहा। उन्होंने 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए मशहूर नारा ‘अबकी बार मोदी सरकार’ लिखा था, जो पूरे देश में गूंज उठा और भारतीय राजनीति के इतिहास का एक अहम हिस्सा बन गया।
विज्ञापन अभियानों के साथ-साथ पीयूष पांडे ने देशभक्ति की भावना से भरपूर गीत ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ भी लिखा था, जो भारत की एकता और विविधता का प्रतीक बन गया।
ओगिल्वी इंडिया (Ogilvy India) के पूर्व चेयरमैन और चीफ क्रिएटिव ऑफिसर रहे पीयूष पांडे को 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने भारतीय विज्ञापन उद्योग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिष्ठा दिलाई और कई पीढ़ियों के क्रिएटिव पेशेवरों को प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उद्योग जगत और मीडिया के कई दिग्गजों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। विज्ञापन की दुनिया ने आज अपना एक सच्चा रचनाकार, विचारक और प्रेरणास्रोत खो दिया है।







