
gmedianews24( source) : पंचतत्वों पर आधारित वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि किसी भी घर के भीतर चीजों को सही दिशा में रखा जाए तो हमें उनकी सकारात्मक उर्जा (positive energy) और शुभता प्राप्त होती है. यदि बात करें आईने (Mirror) की तो यह एक ऐसी चीज है, जिसका प्रयोग हर कोई हर दिन अपने घर में करता है. अमूमन लोग घर में आईना या फिर कहें दर्पण कहीं पर भी लगाकर प्रयोग में लाने लगते हैं, लेकिन यह सही नियम नहीं है. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में तमाम चीजों की तरह इसके लिए भी सही दिशा और स्थान निर्धारित है और इन नियमों की अनदेखी करना अक्सर परेशानी का सबब साबित होता है. आइए जानते हैं कि घर में किस दिशा में आईना लगाना या फिर किस तरह का आईना वास्तु दोष का बड़ा कारण बनता है.
घर में किस दिशा में लगाना चाहिए आईना
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के भीतर उत्तर अथवा पूर्व दिशा में आईना लगाना बहुत ज्यादा शुभ माना गया है. मान्यता है कि इस दिशा में लगाया गया आईना सकारात्मक उर्जा का प्रवाह करता है और घर के भीतर शुभता बनी रहती है.
इस दिशा में भूलकर न लगाएं आईना
वास्तु शास्त्र में जहां आईने के लिए उत्तर दिशा को सबसे ज्यादा शुभ बताया गया है, वहीं कुछेक ऐसी दिशाएं हैं जहां पर आईना लगाना बड़े वास्तु दोष (Vastu Dosha) का कारण बनता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भूलकर भी पश्चिम और दक्षिण दिशा में आईना नहीं लगाना चाहिए. मान्यता है कि इस नियम की अनदेखी करने पर वास्तु दोष उत्पन्न होता है और उसके दुष्प्रभाव से नकारात्मकता बढ़ती है और घर की बरकत रुक जाती है.
इन 4 जगह पर भी नहीं लगाना चाहिए आईना
- वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी दो दीवारों के आमने-सामने भी आईना नहीं लगाना चाहिए.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार चार दिशाओं के अलावा कुछेक स्थान पर आईना लगाने और नही लगाने के लिए नियम बताए गये हैं. जैसे कभी भूलकर भी अपने बेडरूम (Bedroom) में ऐसी जगह आईना नहीं लगाना चाहिए जहां से उस पर बेड का प्रतिबिंब बने.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भूलकर भी रसोईघर (kitchen) में आईना नहीं लगाना चाहिए और न ही ऐसे स्थान पर लगाएं जहां पर रसोई घर में रखे चूल्हे आदि का प्रतिबिंब बने.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी ऐसी जगह पर आईना नहीं लगवाना चाहिए, जहां पर किसी नकारात्मक चीज का प्रतिबिंब उस पर बने. आईने में हमेशा शुभ चीजों का प्रतिबिंब बनना शुभ माना गया है.